INPUT DEVICE
- input device वह device है जिसका प्रयोग हम एक USER कंप्यूटर से जुड़नेके लिए करता है
- ये वो device है जिसकी मदद से कंप्यूटर को data या instruction देता है |
- हम कह सकते है कि input device वो device है जो HUMAN READABLE data को digital data में convert करता है |
दुसरे शब्दों में कह सकते है कि
जैसा कि इसके नाम से ही स्पष्ट है कि यह वह डिवाइस है जिनके द्वारा हम कम्प्यूटर को निर्देश देते हैं. इनसे संदेश लेकर कम्प्यूटर उन पर प्रोग्राम के अनुरूप काम करता है. जैसे कि की-बोर्ड,माउस,जॉय स्टिक,माइक्रोफोन आदि
💡Keyboard
👀 इसे हम standard input या primary input device भी कहते है |
👀 इसकी मदद से कंप्यूटर से “Alphanumerical data” तथा “instruction input” करते है |
👀 Alphanumerical data :- Alphabet, digital तथा Symbols शामिल होते है |
👀 Alphanumerical data = Alphabet(A………….Z), Digits (0…….9), Symbol(@#$%^&)
📢 संसार भर में मुख्य रूप से keyboard के दो प्रारूप है |
- QWERTY
- DVORAK
👻 भारत में तथा अमेरिका में “QWERTY” Type keyboard का प्रयोग होता है |
👻 जर्मनी तथा कुछ अन्य देशो में “DVORAK” Type keyboard का प्रयोग होता है |📢 Keyboard कई तरह के होते है |
📌Normal Keyboard :-
- इसमे केवल आवश्यक keys ही रहते है |
- यह सिर्फ expert user के लिए अच्छा होता है |
- इसमे कम से कम बटन होते है |
- ये नए user के लिए अच्छा होता है |
- इसमे multimedia से सम्बंधित काम करने के लिए कुछ अलग से key होते है |
📌 Wireless Keyboard
- यह keyboard बड़े monitor के साथ ही प्रयोग में आता है |
- इसमे system unit से जुड़ने के लिए कोई तार नही रहता है |
- इसकी मदद से हम computer पर दूर से ही काम कर सकते है |
- इसका range लगभग 10 मीटर होता है |
- इसका प्रयोग सामान्यतया projector की मदद से presentation दिखाने के लिए किया जाता है
📌 USB keyboard
- इस तरह के keyboard को usb keyboard से जोड़ा जाता है |
- इसी तरह का keyboard का प्रयोग हम laptop के साथ करते है |
📢 Keyboard पर उपलब्ध keys का वर्गीकरण :-
📌 Alphanumeric keys
- इस category में alphabets ,digits , और symbol आते है |
- Typing के समय हम सामान्यतया इसी keyboard का प्रयोग करते है |
📌 Function keys
- F1,F2,F3,F4………..F12 KEYS को हम FUNCTION KEYS कहते है |
- fUNCTION KEYS की संख्या 12 होती है |
- fUNCTION KEYS को program किया जा सकता है |
- प्र्तेयक fUNCTION KEYS कोई ना कोई function को पूरा करता है |
- इसका काम प्र्तेयेक software में अलग अलग हो सकता है |
📌 Special Keys
- Special keys की मदद से हम special task को पूरा करते है |
- Esc, Alt, Ctrl,Enter,Home etc इसी तरह के keys है |
👻 कुछ special keys के नाम निमन्लिखित है |
(1) Esc(Escape)
- जब हम कोई मेनू खोलते है तथा उसमे कोई काम नही करना चाहते है तो हम इस key को दबाते है |
- यह screen पर आये किसी मेसेज या मेनू को हाईड कर देता है |
(2) Enter
- इसे return key भी कहते है |
- MS WORD में enter key से paragraph change होता है |
- जब हम कोई form fill up करते है तो enter button से finish inputting होता है |
- MS-DOS में इसका काम कमांड को execute करना होता है |
- MS-EXCEL में enter से निचे के cell में जाते है |
(3) Alt (Alternate)
- इसका अकेला कोई काम नही होता है |
- यह हमेशा दुश्रे key के साथ एक shortcut key key के रूप में प्रयुक्त होता है | इसीलिए इसे combination key भी कहते है |
- यह एक modifier key का उदाहरण है |
(4)Ctrl(Control)
- Modifier combination key
- इसका भी प्रयोग दुसरे key के साथ shortcut key के रूप में किया जाता है |
(5) Shift
-
Modifier Combination Key
-
यह Charactor का Case Change करता है |
-
यदि किसी key पर दो symbol होते है तो ऊपर वाला symbol टाइप करने के लिए हम इसी key का प्रयोग करते है |
-
इसका भी प्रयोग दुसरे key के साथ shortcut key के रूप में किया जाता है |
(6) CAPS LOCK
- यह एक toggle key है क्युकी इसका function आगे पिच्छे होता है |
- यह keyboard को upper case में change कर देता है |
(7 ) NUM LOCK
- यह भी एक toggle key है|
- इसमे numeric PAD को active तथा De-active किया जाता है |
- Numeric Pad से हम numeric data बहुत तेजी से input कर सकते है
- यह numeric data off होता है तो numeric pad से हम दूसरा काम ले सकते है |
(8 ) Scroll Lock
- यह भी एक toggle key है|
- इसका प्रयोग spread sheet program में होता है (MS-Excel)
- यह active cell के स्क्रॉलिंग को रोकता है |
💡NOTE:-
- Modifier :- Alt, Ctrl, Shift(Combination)
- Toggle:- Num Lock , Scroll Lock ,Caps Lock.
(9 ) Pgdn (Page Down)
- यह एक स्क्रॉल key है |
- इसमे एक page इनफार्मेशन निचे स्क्रॉल होता है |
(10) Pgup (Page up )
- यह एक स्क्रॉल key है |
- इसमे एक page इनफार्मेशन ऊपर स्क्रॉल होता है |
(11) Home
- यह कर्सर को लाइन के शुरू में भेजता है |
- CTRL+ HOme:- डॉक्यूमेंट के शुरू में |
(12 ) END
- यह कर्सर को लाइन के अंत में भेजता है |
- CTRL+END:- डॉक्यूमेंट के अंत में |
(13) Tab
- इससे कर्सर दाये के तरफ बढ़ता है |
- वर्ड processing program में by default यह कर्सर को “0.5” आगे बढ़ता है |
- MS-Excel में tab से कर्सर दायेँ cell में जाता है |
- जब कोई form भरते है तो tab का प्रयोग next field में जाने के लिए किया जाता है |
- shift+tab:- Previous Field
Note
- कंप्यूटर में केवल digital data ही input किया जा सकता है, इसीलिए keyboard से input होने वाले प्रतेयक charactor को digital form में convert होना होता है |
- ANSE( American National standard institute) ने सारे charactor के लिए एक Number Code Devlop किया जो ASCII कहलाता है |
- ASCII(American Standard Code for information interchange )
- ASCII एक 7 bit का कोड है जिसे बाद में 8 bit का बनाया गया जो EASCII(Extended ASCII) है |
- 7 bit से 27 =128 code generate किया जा सकता है |
- Number of bit =n, तो n bit से 2n code बनेगे |