फाइल क्या है
कंप्यूटर को दो भागों में बाटा गया है पहला सॉफ्टवेयर और दूसरा हार्डवेयर। पहला सॉफ्टवेयर जिसमे जितनी भी डॉक्यूमेंट आदि होते हैं या खुद एक सॉफ्टवेयर भी एक फाइल कहलाती है. फाइल हमारी ऑडियो के फॉर्म में भी हो सकती है, वीडियो के फॉर्म में भी, नोट के फॉर्म में, वर्ड, पीडीऍफ़, एक्सेल, फोटो, आदि के फॉर्म में भी हो सकती है.
यहाँ निचे में हमने कुछ brief description प्रदान किया हुआ है प्रत्येक file type की
Documents के अंतर्गत आता है text files, जैसे की एक Word documents, RTF (Rich Text Format) documents, PDFs, Web pages, इत्यादि.
Pictures के अंतर्गत आते हैं JPEGs, GIFs, BMPs, और layered image files, जैसे की Photoshop documents (PSDs).
Audio files के अंतर्गत आते हैं MP3s, AACs, WAVs, AIFs, आयर दुसरे files.
वहीँ Video files को encode किया जा सकता है MPEG, MOV, WMV, और DV formats में, वहीँ दुसरे के कई formats मेह्जुद हैं.
एक library file unit of data होता है जिसे की reference किया जाता है एक specific program या operating system के द्वारा. वहीँ इसके अंतर्गत आता है plug-ins, components, scripts इत्यादि.
एक application एक प्रकार का program या फिर executable file होता है.
Programs जैसे की Microsoft Internet Explorer और Apple iTunes ये दोनों ही applications हैं, लेकिन साथ में ये files भी हैं.
Files को open, save, delete, और move किया जा सकता है अलग अलग folders में. वहीँ उन्हें network connections के across transfer भी किया जा सकता है या Internet से डाउनलोड भी किया जा सकता है.
एक file type को पहचानने के लिए उस file के icon को देखकर पहचाना जा सकता है या उसकी file extension को पढ़कर जाना जा सकता है. अगर कोई file type सम्बंधित हो एक specific application के साथ, तब उस file को double-click करने से उस file को program के भीतर ही open किया जा सकता है.
फोल्डर क्या है
कंप्यूटर में कुछ पीले रंग के आइकॉन बने होते हैं जिनमे हम अपनी मन चाही चीजे सेव कर के रख सकते हैं. फोल्डर कहलाते हैं. जैसे कि: यदि आपको बहुत सारी इमेज एक साथ स्टोर करनी है कंप्यूटर में तो उसके लिए आप एक फोल्डर बना सकते हैं जिसमे आप अपनी सारी फोटो आराम से सेव कर सकते हैं.
इसे बनाने के लिए सबसे पहले आपको स्क्रीन पे खली जगह पे राइट क्लिक करना होता है जिसमे कई सारे विकल्प आते है जिनमे से न्यू पे जाके दूसरे पृष्ठ पे फोल्डर लिखा होता है उसपे क्लिक करना होता है. जिसके बाद आपका एक फोल्डर बन जाता है. इसे आप अपने अनुसार रीनेम भी कर सकते है जिसके लिए आपको फोल्डर में लिखे न्यू फोल्डर पे क्लिक करना होता है फिर राइट क्लिक कर के उसमे रीनेम का विकल्प आता है जहाँ से आप जाके नाम बदल सकते है फोल्डर का अपने अनुसार नाम दे सकते हैं.
फाइल और फोल्डर में क्या अंतर है | Difference between File and Folder in Hindi !!
File |
Folder |
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