अध्याय :-1 भौगोलिक खोजें (Class-9,History)

💡एक वाक्य में निमन्लिखित प्रश्नों का उत्तर दें |

1.   भारत आने में किन भारतीय व्यापारी ने वास्कोडिगामा  की मदद की ?

उत्तर : “अब्दुल माजिद” भारतीय व्यापारी ने वास्कोडिगामा की भारत आने में मदद की |

2.   न्यूफाउडलैंड का पता किसने लगाया ?

उत्तर :  “सर जान” और “सेवास्टीन कैबोट” ने  न्यूफाउडलैंड के द्वीप का पता लगाया |

3.   यूरोपीय द्वारा निर्मित तेज चलने वाले जहाज को क्या कहा जाता था ?

उत्तर : “कैरावल ” कहा जाता था |

4.  दक्षिण अफ्रीका का दक्षिणतम बिंदु कौन सा स्थान है ?

उत्तर  : दक्षिण अफ्रीका का दक्षिणतम बिंदु “उत्तम आशा अन्तरीप” है |

5.  11 वी -12 वी शताब्दी में इसाई एवं मुसलमानों के बीच धर्म युद्ध क्यू हुआ था ?

उत्तर : “जेरुसलम” के अधिकार को लेकर 11 वी -12 वी शताब्दी में इसाई एवं मुसलमानों के बीच धर्म युद्ध हुआ था |

6. 1443 में कुस्तुन्तुनिया पर  किसने अधिपत्य जमाया ?

उत्तर : 1443 में कुस्तुन्तुनिया पर “तुर्की ” ने  अधिपत्य जमाया

7.पुर्तगाल एवं स्पेन किस महासागर के पास अवस्थित है ?

उत्तर : पुर्तगाल एवं स्पेन “अटलान्टिक महासागर” के पास अवस्थित है

💡  लघु उत्तरीय प्रश्न |

 1.  यूरोप में मध्यकाल को अंधकार का युग क्यू कहा जाता है ?

उत्तर . रोमन साम्राज्य के पतन के बाद यूरोप में धार्मिक अंधविश्वास  और अज्ञानता का युग था |भौगोलिक ज्ञान का विकाश नही हो पाया था |धार्मिक कट्टरता ने लोगो को कुंठित कर दिया था |नारबिल के खिलाफ बोलने वालो को सजा दी जाती थी |चर्च के खिलाफ बोलने की साहस किसी ने नही की थी |सामंती शासन पद्धति और चर्च ने लोगो को ऐसा बंधक बनाया कि नई सोच नया ज्ञान पूर्णत पर्तिबंधित था |वयापार वाणिज्य का विकाश नहीं हो पा रहा था  इत्यादी कारणों से ही मध्यकाल का अंधकार का युग कहा जाता है |

2.भौगोलिक खोजो में वैज्ञानिक उपकरणों का क्या योगदान था ?

उत्तर : इस काल में हुए नये नये आविष्कारो ने समुद्री यात्रा एवं नौ सेना के विकाश को आसान कर दिया |कम्पास के ज्ञान ने समुद्री यात्रा होने वाले दिशा भ्रम को समाप्त कर दिया |स्पेन और पुर्तगाल परंपरागत जहाज का निर्माण कि जगह व्वाया पद्धति से मजबूत जहाज का निर्माण किया |दूरबीन का भी आविष्कार हो चूका था जो की सामुद्रिक अभियानों  में काफी सहायक था |मानचित्र में काफी सुधार हो चूका था | एस्ट्रालान के खोज ने भी अक्षांश की स्तिथि को जानने में काफी मदद की |इस प्रकार हम देखते है कि विभिन्न वैज्ञानिक उपकरणों के  विकास ने भौगोलिक खोजों में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया | 

3. भौगोलिक खोजो ने वयापार वाणिज्य पर किस प्रकार प्रभाव डाला ?

उत्तर : भौगोलिक खोज से कई नई देश हमारे सामने आए नए देशो की खोज एवं नए व्यापारिक संपर्को ने यूरोपीय व्यापारिक संपर्को ने यूरोपीय व्यापार वाणिज्य में क्रन्तिकारी परिवर्तन लाये पहले व्यापार मुख्य रूप से भूमध्य सागर और बाल्टिक सागर तक ही सीमित था | परंतु अब इसका स्थान अन्ट्लाटिक हिन्द तथा प्रशांत महासागर ने लिया |मुद्रा व्यवस्था का विकाश हुआ |व्यापार अपने स्थानीय  स्वरुप से विकसित होकर वैश्विक रूप लेने लगा समाज में सामंती वर्ग के बदले में व्यापारी वर्ग का प्रभाव बढ़ा |

4. भौगोलिक खोजो ने किस प्रकार भ्रान्ति को तोड़ा ?

उत्तर : भौगोलिक खोजों ने चर्च और सामंत द्वारा फैलाया गए भ्रांतियों जैसे पृथ्वी चपटी है ,हमारा ज्ञान सर्वश्रेष्ठ है ,समुद्र की यात्रा पाप है आदि को तोड़ने का कार्य किया कालांतर में यह यूरोप में धर्म सुधार आन्दोलन का कारण बना |

5.. भौगोलिक खोजों ने किस प्रकार विश्व के मानचित्र में परिवर्तन लाया ? 

उत्तर : भौगोलिक खोजो ने पहली बार विश्व के मानचित्र पर स्थापित देशो को एक दुसरो  के संपर्क में लाया और  परिचित  कराया | एशिया , यूरोप ,अमेरिका  और  ऑस्टेलिया  कि विभिन्न  स्भाय्तायों  जो  पहले  से बिलग  थी  परस्पर  संपर्क  स्थापित  हुआ | नए  देशों  की खोज के द्वारा केवल नए उपनिवेशों के साथ वयापार करने को प्रोत्साहन मिला वरन उन्होंने वहाँ अपनी सभ्यता संस्कृति धर्म एवं साहित्य का प्रचार प्रसार करने का भी प्रयास किया |

दीर्घ उत्तरीय प्रश्नोत्तर

प्रश्न 1. भौगोलिक खोजों का क्या तात्पर्य है? इसने किस प्रकार की दूरियाँ घटाई?

उत्तर-विश्व की प्रारम्भिक सभ्यताओं के काल से ही व्यापार एवं वाणिज्य आपसी सम्पर्क का कारण रहा । यह एक निश्चित मार्ग के द्वारा होता था। लेकिन विश्व के कई ऐसे क्षेत्र थे जिनमें जन-जीवन व्याप्त था लेकिन शेष विश्व से उनका जडाव नहीं था । अत: व्यापार को विस्तार रूप से करने के लिए विश्व के अन्य देशों से सम्पर्क आवश्यक था । अतः इन देशों से सम्पर्क करने के रास्ते तलाशने को भौगोलिक खोजें कहते हैं । इसी क्रम में 1488 ई. में पुर्तगाली व्यापारी बार्थोलोमियो डियाज अफ्रीका के पश्चिमी तट होते हुए दक्षिणी अफ्रीका के दक्षिणतम बिन्दु उत्तमाशा अंतरीप तक पहुँच गए। 1492 ई. में क्रिस्टोफर-कोलम्बस द्वारा अमेरिका की खोज की गई। 1498 ई० में साहसी नाविक वास्कोडिगामा उत्तमआशा अंतरीप होते हुए भारत के मालाबार तट तक पहुँच गया । 1519 ई. में मैग्लन ने पूरी दुनिया का चक्कर जहाज से लगाया तथा इस बात की पुष्टि की कि पूरी दुनिया के सभी समुद्र एक-दूसरे से जुड़े हैं। इस प्रकार 16वीं शताब्दी के पूर्वाद्ध तक लगभग समस्त दुनिया की जानकारी यूरोप को हो चुकी थी । अतः भौगोलिक खोजों ने सम्पूर्ण विश्व की दुरियाँ घटाई।

प्रश्न 2. भौगोलिक खोजों के कारणों की व्याख्या करें।

उत्तर-विश्व की प्रारम्भिक सभ्यताओं के काल से ही व्यापार-वाणिज्य ही परस्पर सम्पर्क का कारण रहा । लेकिन विश्व के कई ऐसे क्षेत्र थे जहाँ जन-जीवन तो व्याप्त था लेकिन शेष विश्व से इनका जुड़ाव नहीं था, जैसे-अमेरिका, अफ्रीका, आस्ट्रेलिया आदि । 13वीं शताब्दी तक भारतहोकर चीन तक की यात्रा विवरणों ने यूरोपियों को दक्षिण-पूर्वी एशियाई साम्राज्यों की समृद्धि का एहसास भी करवा दिया था । मध्ययुग में अरबों और उसके बाद तुर्कों ने विशाल साम्राज्यों का निर्माण किया । अबतक यूरोप और एशिया का व्यापार कुस्तुनतुनिया के माध्यम से होता था। लेकिन 1453 ई० में कुस्तुनतुनिया के आधिपत्य से तुर्कों ने इस मार्ग से व्यापार के बदले भारी कर वसूलना शुरू कर दिया । अतः इन सभी वजहों से भौगोलिक खोजों के द्वारा विश्व के अन्य क्षेत्रों से व्यापार को बढ़ाने की आवश्यकता प्रतीत हुई।

प्रश्न 3. अंधकार युग से आप क्या समझते हैं? अंधकार युग से बाहर आने में भौगोलिक खोजों ने किस प्रकार मदद की?

उत्तर-मध्ययुग को अंधकार युग कहते हैं क्योंकि यह काल सामंती प्रवृत्तियों का काल था। इस काल में न तो व्यापार वाणिज्य गतिशील था न ही धर्म का स्वरूप उदार एवं मानवीय था। पृथ्वी के बारे में ज्ञान अत्यन्त एवं अंधविश्वास से युक्त था । सीमित भौगोलिक ज्ञान के कारण व्यापार भी सीमित था । लोगों का विश्वास था कि पृथ्वी चपटी है एवं समुद्र में अधिकतम दूरी पर जाने पर पृथ्वी के किनारों से गिरकर अनन्त में विलीन हो जाने का भय रहता था । समुद्र-यात्रा अत्यन्त कपटपूर्ण एवं असाध्य थी। इसी कारण मध्ययुग को अंधकार युग कहते हैं । भौगोलिक खोजों के फलस्वरूप यूरोप को विश्व के अन्य देशों के बारे में जानकारी हुई । समुद्री यात्राओं के कारण विभिन्न प्रकार के आविष्कार हुए । वाणिज्य व्यापार के विकास के कारण लोग एक-दूसरे के निकट आए तथा इससे विश्व का सकारात्मक विकास हुआ । अतः भौगोलिक खोजों ने अंधकार युग से बाहर में मदद की।

प्रश्न 4, भौगोलिक खोजों के परिणामों का वर्णन करें। इसने विश्व पर क्या प्रभाव डाला?

उत्तर-भौगोलिक खोजों के परिणाम:

(1) व्यापार वाणिज्य पर प्रभाव-नए देशों की खोज एवं नए व्यापारिक संपर्को ने यूरोपीय व्यापार-वाणिज्य को चरमोत्कर्ष पर पहुंचा दिया । खोजों से पूर्व व्यापार मुख्य रूप से भूमध्यसागर तथा बाल्टिक सागर तक सीमित था लेकिन खोजों के पक्षात् इसका स्थान हिन्द तथा प्रशान्त महासागर ने लिया । यूरोपीय देशों द्वारा खोजे गए नए देशों से आयातित बहुमूल्य धातुओं, विशेषकर अमेरिका से आयातित सोना तथा चाँदी ने अर्थव्यवस्था के स्वरूप को ही बदल दिया । अतः 80 वर्षों तक अर्थव्यवस्था चाँदी पर निर्भर रही। समाज में सामंती वर्ग के बदले में व्यापारी वर्ग का प्रभाव बढ़ा।

(2) औपनिवेशिक साम्राज्यों का विकास-भौगोलिक खोजों के उपरांत उपनिवेशों पर आधिपत्य स्थापित करने के लिए तीन स्पर्धा होने लगी। व्यक्तियों की जगह अब संगठित व्यापारिक कम्पनियों ने व्यापार चलाना आरम्भ कर दिया । इनमें से कुछ कम्पनियाँ व्यापारियों द्वारा प्रायोजित थे और कुछ राज्य द्वारा । आगे चलकर अन्य द्वीपों पर भी उपनिवेशों एवं बस्तियाँ बसाई गई।

(3) वाणिज्य का विकास-व्यापार के वैश्विक विस्तार के फलस्वरूप पँजीवाद का आरम्भ हुआ। इस आर्थिक व्यवस्था में सोने ने यूरोपीय देशों का ध्यान अपनी ओर आकृष्ट किया। अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर सोने एवं चाँदी की लूट शुरू हुई एवं इसका भंडारण भी किया जाने लगा।

(4) ईसाई धर्म एवं पश्चिमी सभ्यता का विस्तार-भौगोलिक खोजों के बाद धर्म-युद्ध की असफलता के बाद ईसाई धर्म का प्रचार-प्रसार धीमा पड़ गया था उसमें तेजी आ गई । यूरोपीय देशों ने अपने-अपने उपनिवेशों में ईसाई धर्म का प्रचार-प्रसार करना शुरू कर दिया । इन क्षेत्रों में धन का लालच देकर एवं जबरन धर्मांतरण एवं सांस्कृतिक अतिक्रमण किया गया।

(5) दास व्यापार का विकास-व्यापार वाणिज्य के विकास के फलस्वरूप मानव श्रम की महत्ता ने दास व्यापार को प्रोत्साहित किया। आरम्भ में गुलामों का व्यापार व्यक्तिगत स्तर पर थाकिन्तु 16वीं शताब्दी के अंत में इसने बाकायदा व्यापार का रूप ले लिया। इस प्रकार यह भौगोलिक खोजों का नकारात्मक परिणाम था । इससे तथाकथित सभ्य एवं विकसित लोगों के द्वारा अविकसित, भोले-भाले एवं कमजोर लोगों की हत्या की जाती है।

(6) भ्रांतियों का अंत एवं भौगोलिक ज्ञान में वृद्धि-भौगोलिक खोजों ने भौगोलिक ज्ञान से जुड़े अवधारणाओं पर ऊंगली उठाने की वजह दी । बढ़े हुए सामुद्रिक गतिविधियों ने समुद्री यात्राओं में उपयोगी विभिन्न उपकरणों, यथा नक्शे, कम्पास, नक्षत्र प्रणाली आदि के विकास की वजह से विद्वानों एवं पेशेवर वैज्ञानिकों के वर्ग का उदय हुआ।

(7) अन्य परिणाम-भौगोलिक खोजों के परिणामस्वरूप विभिन्न प्रकार की नवीन फसलों का आदान-प्रदान शुरू हुआ। अतः भौगोलिक खोजों के परिणामस्वरूप विचारों में परिवर्तन आया, वैज्ञानिक विचारों को मान्यताएँ मिली, नए अन्वेषणों तथा नए मार्गों की खोज से पूँजीवाद, वाणिज्य तथा साम्राज्यवाद का विकास हुआ।